संस्कारकेंद्र

विद्या भारती मध्यभारत प्रांत द्वारा मध्यभारत प्रांत में कुल ६०० संस्कार केंद्र चलाए जा रहे हैं | यह संस्कार केंद्र पिछडी एवं सेवा बस्तिओं में नि:शुल्क चलाये जाते है | शिक्षा के माध्यम से सेवा बस्तिओं में सामाजिक समरसता एवं संस्कारों के माध्यम से परिवर्तन आ रहा है |
प्रांतीय योजनानुसार संस्कार केंद्र की दर्शन कार्यक्रम की योजना बनाई गई थी जिसमें कुछ स्थानों पर उल्लखेनीय कार्यक्रम हुए | रायसेन जिले में बेगमगंज में ७०० अभिभावक कार्यक्रम में सहभागी हुए | देवास, खरगौन, हरदा, टिमरनी के कार्यक्रम में भी बड़ी संख्या में सहभागिता रही | शिवपुरी, अशोकनगर के केन्द्रों में समिति परिवार एवं विद्यालय परिवार सहभागी हुए |

संस्कार केंद्र योजना

 
संस्कार केंद्र योजना

भारत में ही नहीं अपितु विश्व में यह सबसे बड़ा गैर सरकारी शैक्षणिक संगठन है. इसका कार्य समाज की सहायता के बल पर प्रगति की ओर अग्रसर हो रहा है. विद्या भारती का कार्य प्रारम्भ से आज कई गुना बढ़ गया है. किन्तु ये सब आंकड़े समाज की शैक्षिक आवश्यकताओं एवं देश की विशालता की तुलना में बहुत कम हैं. विद्या भारती के मानवीय एवं आर्थिक संसाधनों की भी एक सीमा है. वनवासी पिछड़े एवं उपेक्षित क्षेत्रों में विद्यालय निशुल्क चलाने के साथ-साथ छात्रों के भोजन, वस्त्र, पुस्तकों आदि की भी संस्था की ओर से व्यवस्था करनी होती है क्योंकि उन क्षेत्रों में निर्धनता एवं अभावग्रस्त समाज को दो समय पेट भरकर भोजन भी नहीं मिलता. फिर वे अपने बच्चों की शिक्षा के लिए व्यय कहाँ से कर सकते हैं.

देश और समाज की इस अवस्था में और विद्या भारती अपने सीमित साधनों के कारण अधिक विद्यालय स्थापित करने में असमर्थ है. अतः विद्या भारती ने संस्कार केंद्र जिनको सरकारी प्रचलित भाषा में एकल शिक्षक विद्यालय कहा जाता है, अधिक से अधिक संख्या में खोलने की देशव्यापी योजना बनायी है. इन केन्द्रों पर साक्षरता, स्वाध्याय, स्वावलंबन, संस्कृति, स्वदेश प्रेम एवं सामाजिक समरसता के अनौपचारिक कार्यक्रम चलते हैं. ऐसे बालक-बालिकाएं जो पारिवारिक विवशतावश अथवा विद्यालयों की समीप में व्यवस्था न होने के कारण शिक्षा से वंचित रह जाते हैं. उन्हें विशेष रूप से इन केन्द्रों पर एकत्रित कर साक्षर करने का प्रयास किया जाता है. जो बालक-बालिकाएं विद्यालय तो जाते हैं किन्तु पारिवारिक परिवेश के कारण शिक्षा में पिछड़ जाते हैं. उन्हें विशेष शिक्षण की व्यवस्था कर उनको अपनी कक्षा के स्तर के योग्य बनाया जाता है. गीत, कहानी, खेल, अभिनय आदि के क्रियाकलापों के माध्यम से इन्हें संस्कारित एवं विकसित किया जाता है.

 
विद्या भारती के संस्कार केंद्र चार प्रकार के क्षेत्रों में चलाये जाते हैं.
१. नगरों की उपेक्षित बस्तियों अर्थात झुग्गी-झोंपड़ियों में.
२. नगरों में कान्वेंट या अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के बालक-बालिकाओं के लिए. ये बालक-बालिकाएं भी भारतीय संस्कृति एवं स्वधर्म के संस्कारों से हीन अर्द्ध-विकसित रहते हैं. अभिजात्य वर्ग के ये बालक-बालिकाएं प्रायः समाज के लिए अभिशाप के रूप में सिद्ध हो रहे हैं. अतः विद्या भारती ने इनके लिए संस्कार केन्द्रों की व्यवस्था की है.
३. ग्रामीण क्षेत्रों में.
४. वनवासी क्षेत्रों में.


इन संस्कार केन्द्रों पर बालक-बालिकाओं के लिए शिक्षा और संस्कारों की व्यवस्था रहती ही है. साथ ही इनके माता-पिता एवं परिवारजनों में भी अनौपचारिक एवं संपर्क कार्यकर्मों के माध्यम से स्वस्थ, सुसंस्कृत,व्यक्तिगत एवं सामाजिक जीवन की चेतना जागृत की जाती है. संस्कार केन्द्रों की यह अभिनव योजना पू. डॉ. हेडगेवार जी की जन्मशताब्दी 1988-89 के अवसर पर विशेष अभियान लेकर आरम्भ की गयी. विद्या भारती ने अपने विद्यालयों से आग्रह किया है कि प्रत्येक विद्यालय कम से कम एक संस्कार केंद्र अवश्य चलाए. आशा है संस्कार केंद्र योजना समाज और सेवावृत्ति कार्यकर्ताओं के सहयोग से अवश्य सफल होगी


मध्य भारत प्रान्त में वर्तमान में 196 संस्कार केंद्र संचालित है.
श्री पुरुषोतम जोशी प्रान्त में पूर्णकालिक के रूप में संस्कार केंद्र का कार्य देख रहे है.

संस्कार केंद्र 2016

 
संस्कार केन्द्र 2012
विभाग जिला विद्यालय संख्या संस्कार केन्द्र भैया बहिन योग आचार्य दीदी योग
ग्वालियर ग्वालियर 17 18 190 170 360 12 6 18
  भिण्ड 17 7 80 60 140 7 0 7
  मुरैना 12 8 90 70 160 8 0 8
  दतिया 12 11 120 100 220 11 0 11
शिवपुरी शिवपुरी 12 12 120 100 220 11 1 12
  श्योपुर 6 2 60 20 80 2 0 2
  अशोकनगर 7 6 60 60 120 4 2 6
राजगढ़ राजगढ़ 17 13 180 173 353 10 3 13
  गुना 10 5 80 20 100 5 0 5
  सिहोर 7 7 90 50 140 3 4 7
भोपाल भोपाल 18 8 90 70 160 4 4 8
  विदिशा 11 8 80 80 160 5 3 8
  रायसेन 7 5 60 40 100 1 4 5
नर्मदापुरम् नर्मदापुरम् 13 25 200 300 500 20 5 25
  हरदा 8 34 300 380 680 2 32 34
  बैतूल 16 7 40 100 140 0 7 7
योग   190 176 1840 1793 3633 105 71 176

कार्यक्रम

 
सेवा क्षेत्र की शिक्षा
सरस्वती विद्या मंदिर , आवासीय विद्यालय , शारदा विहार , भोपाल में आयोजित सरस्वती संस्कार केंद्र - मध्य भारत प्रान्त, भोपाल विभाग का आचार्य प्रशिक्षण वर्ग दिनांक- ३१ अगस्त से ०२ सितम्बर २०१५ को सम्पन्न होने जा रहा है .
जिसमे आचार्य/ दीदियो, प्रांतीय अधिकारी/ प्रधानाचार्य सहित - ५० संख्या उपस्थित रही .
 


 

शिवपुरी संस्कार केंद्र वर्ग

 
शिवपुरी विभाग का संस्कार केंद्र वर्ग प्रारम्भ।
वर्ग का उदघाटन विभाग प्रचारक ने किया।
 

 

प्रभावी कार्य

 
सेवा क्षेत्र की शिक्षा

हरदा की बन्जारा बस्ती
हरदा की बन्जारा बस्ती के संस्कार केन्द्र की दीदी सुश्री दीपा कौशल ने बताया कि उनके केन्द्र पर एक अनाथ भैया आता है माता-पिता नहीं रहे। अब बस्ती के लोगों और नाते रिश्तेदारों की कृपा पर जीता है। दीदी ने हरदा के प्रतिष्ठित लायन्स क्लब के पदाधिकारियों से सम्पर्क किया, उन्हें केन्द्र पर आमंत्रित किया उस बच्चे की समस्या से अवगत कराया। लायन्स क्लब द्वारा उस बच्चे की मदद के लिए तत्काल 40000रूपये की सहायता राशी दी गयी और भविष्य में भी मदद का आश्वासन दिया।

लोधी बस्ती हरदा
लोधी बस्ती हरदा की दीदी सुश्री रागिनी कौशल ने बताया कि वे एक छोटे से कमरे में केन्द्र लगाती है। केन्द्र पर कोई उत्सव आयोजित करने या उपस्थिति अधिक होने पर दिक्कते होती थी। परन्तु बस्ती के लोगों के सामने जब यह विषय आया तो उन्होनें केन्द्र के लिये लोधी धर्मशाला के दरवाजे खोल दिये और कहा कि दीदी जब चाहें धर्मशाला में केन्द्र की गतिविधियाँ आयोजित करें, किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
शास्त्री वार्ड हरदा
यही समस्या शास्त्री वार्ड में पूजा राजपूत की थी उस क्षेत्र को एक शासकीय प्राथमिक विद्यालय है। वहाँ की प्रधानाचार्य ने दीदी से कहा कि वे शाला समय के बाद भवन और प्रांगण का उपयोग निःसंकोच करें।
बंगाली कालोनी हरदा
बंगाली कालोनी हरदा की दीदी श्रीमती प्रमिला दास और अयोध्या बस्ती की दीदी श्रीमती सेवन्ती शर्मा शासकीय योजनाओं का लाभ बस्ती के लोगों को मिले इस हेतु प्रयत्न करती है। आधार कार्ड बनवाने या दीनदयाल कार्ड के माध्यम से निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराने में दीदीयों का परिश्रम बस्ती में प्रशंसनीय है।
देशबन्धु वार्ड बैतूल
देशबन्धु वार्ड बैतूल की सविता नामदेव दीदी ने बताया कि उनके वार्ड में पानी की बड़ी समस्या थी किन्तु मेरे व्यक्तिगत प्रयास एवं मुहल्ला को साथ लेकर जब नगर पालिका अध्यक्ष से चर्चा की, उसके बाद से नियमित नलों में पानी आने लगा। एक दिन बस्ती में एक कुत्ता खम्बें में फंसकर मर गया। उसकी बदबू के कारण पूरा मुहल्ला परेशान था। जब मैने बस्ती के लोगो से चन्दा कर सफाई कर्मी को बुलाया परन्तु वह भी पैसे लेकर चला गया। किन्तु कुत्ता नहीं उठाया तब मैंने मुख्यमंत्री सहायता केन्द्र पर फोन किया उसका परिणाम यह निकला कि नगर पालिका का पूरा काफिला बस्ती में आया और कुत्ते के साथ पूरी बस्ती की सफाई हो गई।

सरस्वती शिशु मंदिर बाणगंगा, भोपाल
सेवाबस्ती में संचालित सरस्वती शिशु मंदिर बाणगंगा, भोपाल का प्रारम्भ 2002 में किया गया। जिसका उद्देश्य कम शुल्क लेकर भैया/बहिनों को शिक्षित करना है। उक्त विद्यालय ने गत 3 वर्षो में कई नए आयाम खड़े किए। यह विद्यालय समाज सेवा पर आधारित है। सत्र 2015-16 में छात्र संख्या 129 रही।
सत्र 2015-16 में विद्यालय के प्रधानाचार्य विपिन भागवत द्वारा ऐसे भैया/बहिनों को विद्यालय में अध्ययन हेतु प्रेरित किया जो सड़कों, चैराहों पर खड़े होकर भीख मांगते थे या कचरा बीनकर अपना जीवन-यापन करते थे। ऐसे 45 भैया/बहिन आज पूर्ण गणवेश में विद्यालय आकर अध्ययन करते है। सत्र 2015-16 में जिला स्तरीय खेलकूद समारोह में भी विद्यालय के 8 भैया/बहिनों ने सहभागिता की। इसी विद्यालय की बहिन पूनम वाइले सत्र 2014-15 में 400 मीटर दौड़ में प्रांत में सहभागी बनी थी।
दिनांक 19-20 अक्टूबर 2015 को विद्यालय में कन्यापूजन व कन्याभोज का आयोजन किया गया। जिसमें विद्याभारती मध्यक्षेत्र के संगठन मंत्री श्री भालचन्द्र रावले विद्याभारती मध्यक्षेत्र के अध्यक्ष श्री सुरेश जी गुप्ता विशेष रूप से उपस्थित थे। व समाज के अन्य लोगों ने भी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दी।

स्वास्थ्य शिविर-रोटरी क्लब द्वारा 15 अगस्त 2015 को स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया। समर्पण दिवस पर 31000/-(इकतीस हजार रूपये) का समर्पण एकत्र किया।

फोटो

 



 
 





 

पूर्णकालिक

 
विभाग समन्वयक

01-ग्वालियर : श्री सुनील दीक्षित 9644001222

02 - मुरेना : श्री आनंद दीक्षित 7694004463

03 - शिवपुरी : श्री ज्ञानसिंह कौरव 7694800259

04 - राजगड : श्री चन्द्रहंस पाठक 9669742963

05 - भोपाल : श्री अवधेश त्यागी 7694800268

06 - नर्मदापुर : श्री गुरुचरण गौड़ 9826822383


विभाग प्रमुख संस्कार केंद्र शिक्षा 

01-ग्वालियर : श्री

02 - मुरेना : श्री

03 - शिवपुरी : श्री

04 - राजगड : श्री

05 - भोपाल : श्री

06 - नर्मदापुर : श्री




 

संस्कार केन्द्र सत्र-2018-19 एवं 2019-20 संख्यात्मक वृत्त

   

               संस्कार केन्द्र
                सत्र 2018-19
विद्यालय संख्या भैया  बहिन योग आचार्य
262 2605 2880 5485 262
         
                सत्र 2019-20
विद्यालय संख्या भैया  बहिन योग आचार्य
265 3365 3490 6855 265