2. विद्याभारती परिचय (जनसंपर्क सप्ताह/पखवाड़ा)- सहायक सामग्री- जैसे मुद्रित पत्रिका, Folder, Pamplatesसूचीबद्ध करके सुझाव प्राप्त करना, बिना अपेक्षा के अपनी बात करना।
3. संस्कृति ज्ञान परीक्षा- भैया/बहिनों के माध्यम से, विद्याभारती को जानने वाले चयनित आचार्यों को विद्यालय चिन्हित करना (संख्या तय करना) तथा शेष आचार्यों को 10-10 संख्या का लक्ष्य देना। क्रियान्वयन- अपने आदर्श विद्यालय - अपने भैया-बहिन 100 प्रतिशत, अन्य भैया-बहिन 200 प्रतिशत।
4. स्वास्थ्य परीक्षण शिविर- विद्यालय/भैया-बहिन/आचार्यों के माध्यम से विद्यालय के साथ आस पड़ोस में भी स्वास्थ्य परीक्षण
- उत्तम आहार विषय - आयुर्वेदिक चिकित्सा
- योग के विषय - रसोई ही चिकित्सालय
5. स्वदेशी अपनाओं अभियान- स्वदेशी परिवार, स्वदेशी वस्तु सूची/ नुक्कड़ नाटक,
6. ऊर्जा संरक्षण- तुलनात्मक अध्ययन करना, LED, सौर/ लकड़ी से प्राप्त ऊर्जा (किसी भी ऊर्जा का संरक्षण)
7. पर्यावरण संरक्षण- वृक्षारोपण, जलसंरक्षण, हमारा विद्यालय प्लास्टिक मुक्त हो यह शपथ दिलवाये।
8. स्थानीय सामाजिक गतिविधियों में विद्यालय की सहभागिता- हर विद्यालय को तय करना कि हम कौन सी गतिविधि में कार्य करें।
9. शासकीय संस्थानों की Social Activities- NCC, NSS, Scout Guide में सहभागिता।
10. संस्कृति संरक्षण- गरबा, हरियाली महोत्सव, सावन मेला, भैया-बहनों के अभिभावकों का वनसंचार, रंगोली प्रतियोगिता, विभिन्न विषयों पर नियमित चर्चा।
11. ग्राम्य जीवन अनुभव-
12. सामाजिक सरोकार –