कर्मचारी कल्याण की योजनाओं का उद्देश्य
कर्मचारी कल्याण की योजनाओं का प्रमुख उद्देश्य कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान करना है .जिससे उनमें कर्तव्यनिष्ठा , गुणवत्तापूर्ण शिक्षण तथा संस्था के प्रति समर्पण भाव में विस्तार होगा .
सामान्य नियम
1. अधोलिखित योजनाओं का लाभ केवल विद्यालय में कार्यरत नियमित कर्मचारियों को ही प्राप्त होगा . 2. विद्यालय की आर्थिक स्थिति अनुरूप न होने की स्थिति में इन योजनाओं को स्थगित भी किया जा सकेगा. 3. किसी कर्मचारी के शिक्षकीय कार्य एवं समर्पण भाव में कमी ,अथवा कार्य - व्यवहार संतोषजनक न पाये जाने पर समिति उस कर्मचारी को विद्यालय द्वारा लागू की गई सभी या कुछ योजनाओं के लाभ से वंचित करेगी . 4. विद्यालय में स्थानांतरित कर्मचारियों के दो वर्ष के निरीक्षण काल के उपरांत ही उन्हे किन योजनाओं का लाभ दिया जावे इस पर समिति अलग से निर्णय लेगी . 5. समस्त विशेष योजनाओं, ऋणयोजनाओं तथा कुछ अन्य योजनाओं का लाभ विद्यालय के उन सभी पूर्व कर्मचारियों को इस विद्यालय मे स्थानांतरण पर देय नहीं होगा (a) जिनके इस विद्यालय से स्थानांतरण संस्था हित में किए गए थे ,तथा (b) जिनका पूर्व में इस विद्यालय में प्रशिक्षु आचार्य के रूप में नियमितिकरण नहीं हो पाया था. विद्यालय में कर्मचारी कल्याण की निम्न तीन प्रकार की योजनाएं होंगी (अ) सामान्य योजनाएं (ब) विशेष योजनाएं (स) ऋण योजनाएं
(अ) सामान्य योजनाएं
इन योजनाओं का लाभ इस विद्यालय में कार्यरत सभी कर्मचारियों को समान रूप से बिना किसी भेदभाव (वरिष्ठता आदि) के दिया जावेगा , जब तक की नियमों में अन्यथा न दिया गया हो | 1. वेश आदि कर्मचारियों को वर्ष में दो बार क्रमशः गुरुपूर्णिमा उत्सव पर एवं गोलवलकर जयंती कार्यक्रम पर वेश दिए जावेंगे . यदि किसी कारण कार्यक्रम नहीं मनाये जाते है , तब वेश देय नहीं होगा अन्य ऋतु परिवर्तन पर विद्यालय का कार्य बाधित न हो इस हेतु कर्मचारियों को ठंड में इनर, स्वेटर, मफलर ,विद्यालय कक्ष के लिए जूते - मोजे आदि तथा वर्षा ऋतु में छाता, रेनकोट इत्यादि दिए जावेंगे | 2.अवकाश इस बाबत परिषद द्वारा अनुमोदित सामान्य नियम लागू होंगे. अवकाश कर्मचारी को दी गई एक सुविधा है,न कि उनका अधिकार .अतः उन्हें अत्यावश्यक होने पर तथा पूर्व स्वीकृति पर ही मान्य किया जावेगा 3. परिवार कल्याण योजनाएं कर्मचारी की संस्था के प्रति निष्ठा एवं समर्पण भाव में परोक्षरूप से उनके परिवार का भी बड़ा सहयोग होता हैं ,यह सर्वमान्य तथ्य है . इसे ध्यान में रखकर निम्न पांच योजनाओं को अंगीकार किया जाता है :- (क) छात्रवृत्ति : कर्मचारियों के बच्चों को अध्ययन एवं स्वाध्याय के प्रति अभिरुचि उत्पन्न हो इस हेतु उन सभी शालेय कक्षाओं (कक्षा अरुण से द्वादश तक के बच्चों को वार्षिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर प्राप्तांकों के आधार पर प्रतिवर्ष छात्रवृति दी जावेगी, जिससे उनकी अभिरुचि पठन - पाठन में बढ़ सके. कर्मचारियों के बच्चों को प्रोत्साहित करना ही छात्रवृत्ति का वास्तविक लक्ष्य है. छात्रवृत्ति योजना वार्षिक परीक्षा परिणाम 2011 से मान्य की जाती है .छात्रवृत्ति (की राशि शालेय शिक्षा शैक्षणिक स्तर पूर्व प्राथमिक , प्राथमिक , माध्यमिक , हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी के प्राप्तांको के आधार पर तालिका के अनुसार होगी |
शैक्षणिक स्तर |
80% या अधिक |
60% या अधिक |
45% या अधिक |
45% से कम |
हायर सेकेण्डरी कक्षा 11 एवं 12 |
4,000/- |
3,000/- |
2,000/- |
1,000/- |
हाईस्कूल कक्षा 9 एवं 10 |
3000/- |
2,000/- |
1,000/- |
5,00/- |
माध्यमिक कक्षा 6, 7 एवं 8 |
2,000/- |
1,500/- |
1,000/- |
5,00/- |
प्राथमिक कक्षा 3, 4 एवं 5 |
1,500/- |
1,00/- |
7,50/- |
500/- |
प्राथमिक कक्षा 3, 4 एवं 5 |
1,500/- |
1,00/- |
7,50/- |
500/- |
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