छात्रों के लिए नियमित गतिविधि

छात्रों के लिए नियमित गतिविधि

छात्रों  के लिए नियमित गतिविधि

1. वंदना सत्र-
समाचार वाचन, पंचाग, मासिक गीत, ध्यान, प्रातः स्मरण, एकात्मता स्त्रोत, एकता मंत्र, हमारा लक्ष्य, प्रबोधन,अष्टादशशलोकीगीता, बोधकथा, राष्ट्रगान, वन्दे मातरम् ( इसमें शैक्षिक पक्ष/ सामान्य ज्ञान/योग/ जन्मदिन जोड़े) चैपाई/श्लोक/दोहा/भावार्थ (वंदना/एकात्मता स्त्रोत) आदि का उचित संयोजन दिन अनुसार करें।

2. बालसभा
- प्रत्येक ईकाई की कक्षाशः सभा हो (कक्षाशः) (बहिनों की बालसभा पृथक हो)
- पूर्व नियोजित विषय चयनित हों।
- हमारी प्रतियोगिताओं का समय हो(बौद्धिक)
- रंगमंचीय कार्यक्रम गायन/वादन
- बाल सभा में आर.टी.ई. की अधिकांश गतिविधियों को समाविष्ट किया जा सकता है।
3. बाल भारती- छात्रों की संसद व नियमित बैठक / कार्यक्रम, भैया-बहिन, सामूहिक दायित्व बोध, / दायित्वों का निर्वहन।
4. कक्षाशः प्रतियोगिता- गीत, भोजन मंत्र, बस्ता सज्जा, कक्षा सज्जा, गणवेश, निबन्ध लेखन, सुलेख, गीता पाठ, दीप मंत्र- वंदना, प्रार्थना, शान्तिपाठ आदि।
5. यात्रा- व्यक्ति विकास शिविर (आवासीय शिविर), ग्राम दर्शन, वन दर्शन, शैक्षिक भ्रमण, देश दर्शन,
6. खेल गतिविधि- (आउट डोर/इण्डोर) अपनी क्षमतानुसार, प्रशिक्षक आदि
7. साधना- संगीत साधना, योग साधना, श्रम साधना,
8. नैतिक शिक्षा- हवन, पक्षियों को दाना-पानी, जलसंरक्षण, संवर्द्धन, स्वच्छता
9. शारीरिक- 10 मिनिट की व्यायाम श्रंृखला, एन.सी.सी., स्काउट गाइड की गतिविधि, घोष प्रशिक्षण।
10. अन्य- बागवानी में सहयोग, वृक्षारोपण, मैदान की सफाई/पशु पक्षी सेवा/स्वच्छता, बोध पट लेखन, रांगोली व अन्य साज सज्जा कराना आदि
15. संस्कार केन्द्र दर्शन (सहभागिता)
17. स्वदेशी/ऊर्जा संरक्षण
18. विभिन्न जयन्ती/दिवसों/पुण्य तिथियों पर मार्गदर्शन /भैया-बहिनों के कार्यक्रम।
22. वाचनालय में जाना (पत्रिका, पत्र),
24. प्रतिदिन उपस्थिति, गणवेश, समय पालन, स्वच्छता परीक्षण।
25. आदर्श बालक की दिनचर्या पालन इन सभी की कार्ययोजना बने।
27. नगर की विभिन्न संस्थाओं की प्रतियोगिताओं में सहभागिता/ अपने परिसर में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन।