परिसर रखरखाव

परिसर रखरखाव

 परिसर रखरखाव 

- प्रवेश द्वार आकर्षक हो एवं शिशु मंदिर योजना के अनुरुप हो। द्वार पर ‘‘विद्याभारती’’ सरस्वती शिशु मंदिर .... लिखा हो।
- प्रवेश द्वार से पर्यावरण की सुन्दरता दिखाई दे, बेल लताएँ आदि से सुसज्जित परिसर हो।
- ‘‘ज्ञानार्थ आइये सेवार्थ जाइए’’ का बोर्ड लगा हो।
- विद्याभारती का मोनो बना हो।
- परिसर में विद्या भारती का लक्ष्य लिखा हो।
- पुण्यभूमि भारत का मानचित्र लगा हो।
- जीवन मूल्यों का चार्ट लगा हो।
- बोधवाक्य पट्टिकाएँ लगी होना चाहिए।
- बाउन्ड्री वाल बनी हो।
- प्रहरी की व्यवस्था हो।
- अभिभावक, भैया बहनों, आचार्यों के लिए स्तर एवं आवश्यकतानुसार प्रसाधन एवं पेयजल व्यवस्था की जावे।
- सुसज्जित देवालय हो। सरस्वती माता की मूर्ति लगी हो।
- मार्ग व्यवस्थित हो, पक्का बना हो।
- दिव्यांगों के लिए रेम्प की व्यवस्था।
- अभिभावक - स्वागतकक्ष आकर्षक हो।
- सांस्कृतिक प्रतीक चिन्ह भवन, दीवारों पर लगे होना चाहिए।
- वंदना कक्ष आकर्षक हो महापुरूषों के चित्र हो ।
- पेयजल संसाधन/प्रसाधन की नियमित सफाई की व्यवस्था करें।
- कार्यालय कक्ष, व्यवस्थित आचार्य कक्ष एवं भंडारकक्ष पृथक हो।
- वाहन स्टेंण्ड व्यवस्थित हो।
- सुरक्षा हेतु अग्निशमन यंत्र व सीसीटीवी केमरे लगे हो।
- यू.पी.एस. (वैकल्पिक ऊर्जा प्रबंधन) की व्यवस्था।
- जैविक कचरा रासायनिक कचरे के निस्तारण की व्यवस्था।
- पानी निकासी की व्यवस्था।
- कक्षा कक्ष /परिसर में डस्टबिन रखे हों।
- सूचना पटल (Display Board) लगा हो।
- विद्यालय की उपलब्धियों का चार्ट हो जिसमें - खेल, परीक्षा, अन्य उपलब्धियों को सम्मिलित किया जायें।
- पर्याप्त विद्युत व्यवस्था, व्यवस्थित पंखे लगे हो एवं चालू हो।
- कक्षों के नाम महापुरूषों के नाम से रखे जावे।
- बागवानी एवं गमले भी व्यवस्थित हो।
- वर्षा का जल संग्रह, जल बचाव की पट्टिकाए लगी होना (पानी का उचित उपयोग करें) चाहिए।
- फर्नीचर की नियमित सफाई होना चाहिए।
- भवन की पुताई नियमित होना चाहिए।
- बड़ा एवं आकर्षक सभागार होना चाहिए।
- वाद्य यंत्रों का रखरखाव एवं वाद्य यंत्रों की उपयोगिता प्रतिदिन होना चाहिए।
- प्रयोगशाला कक्ष/बरामदों में वैज्ञानिकों की चित्रावली लगी होना चाहिए।
- भैया बहनों की सांख्यिकी का बोर्ड लगना चाहिए।
- सौर उर्जा संयंत्र व एल.ई.डी. बल्ब की व्यवस्था होना चाहिए जिससे ऊर्जा संरक्षण का संदेश मिले।
- परिसर में लगे वृक्षों का बाटनीकल नाम होना चाहिए।
- बगीचा आकर्षक हो इस हेतु पानी की व्यवस्था होना चाहिए।
- साफ सफाई की समय सारणी हो।
- व्यवस्था प्रियता दिखे इसलिए सभी वस्तुऐं उचित स्थान पर रखी हो।
- आयुर्वेद पेड़ों के उपयोग होना चाहिए इसकी सूची लगी हो।
- विश्राम पार्क की व्यवस्था।
- भैयाओं द्वारा बनायी गयी चीजों की जानकारी।
- शिकायत एवं सुझाव पेटी लगी हो। समय समय पर इसको खोलकर शिकायतों का समाधान एवं आवश्यक सुझावों पर अमल किया जावें।
- भवन का रख रखाव उचित हो व इसकी बजट में व्यवस्था हो। भवन की कुल कीमत का लगभग 3 प्रतिशत रखरखाव के लिए रखें।
- भवन की सफाई का रजिस्टर होना चाहिए एवं इसमें भैया बहिनों की सहभागिता/ होना चाहिए।
- भवन एवं संसाधनों की जानकारी का मानचित्र प्राचार्य के टेबल पर होना चाहिए।
- पेयजल की व्यवस्था उचित होना शिशुवाटिका के लिए कम ऊँचाई पर नल लगाना।
- शिशुवाटिका का लक्ष्य एवं सुन्दर शिशुवाटिका होना चाहिए।